Tuesday, 12 December 2017

*गरीबो के पसीने की कमाई को लूटकर ले गया सहारा परिवार* *का एजेंट* *दो रुपये की डायरी पर चल रहा था लूट खसोट का धंधा* * *सिराली स्थित ऑफिस में भी लगा रहता है ताला*


*गरीबो के पसीने की कमाई को लूटकर ले गया सहारा परिवार* *का एजेंट*

 *दो रुपये की डायरी पर चल रहा था लूट खसोट का धंधा*
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 *सिराली स्थित ऑफिस में भी लगा रहता है ताला*

 *पवित्र समय न्यूज़ 13 दिसंबर 17*

 *सिराली* / चिटफंड कंपनियों आती है।अपना जाल फैलाती है। बाकायदा बड़ा ऑफिस खोलकर फीता कटवाकर अपने काले धंधे को शुरू करती है। और महंगी महंगी गाडियो से इनके अधिकारी कुछ महीने तक क्षेत्र में अपनी धमक और अपनी शान शौकत दिखाकर  आते है। और स्थानीय युवाओ को मोठा कमीशन का लालच देकर एवं अपने झांसे में लेकर रोजगार दिलाते है। और और फिर इनके मैनेजर और एजेंट भी मौका देखकर गरीबो से इकट्ठा किया हुआ लाखो रुपया लेकर भाग जाते है। सहारा परिवार ने भी कुछ ऐसा ही किया सेकड़ो लोगो की खून पसीने की कमाई को डकार गया और भाग गया। और आज सेकड़ो लोगो को बेसहारा कर गया। क्षेत्र के फुटकर दुकानदारो ने प्रतिदिन अपनी कमाई हुई राशि को एक एक रुपया कर इकट्ठा किया था।और सहारा लुटेरा और उसके एजेंट ने फूटकर दुकानदारों के अरमानों पर पानी फेर दिया। और अब पीड़ित दुकानदार तहसील और थाने के चक्कर लगा रहे है।

 *क्या है मामला*
सिराली स्थित चारुवा रोड़ पर स्थित सहारा परिवार का ऑफिस है । उक्त कंपनी ने स्थानीय युवाओ को रोजगार के लिए सहारा परिवार की शर्तों के आधार पर युवाओ को कमीशन पर अपने ऑफिस में फिल्ड वर्क पर कार्य करने हेतु रखा था। युवाओ को कंपनी के सीनियर प्रमोटर समय समय पर प्रशिक्षण भी देते थे। की किस प्रकार लोगो को अपने जाल में फँसाकर उनसे मोटी रकम वसूल कर कम्पनी को लाभ दिलाया जाये। और युवाओ को भी चुनिदा ऑफर मोटा कमीशन का लालच देकर निवेशकों से राशि दोगुनी व् ब्याज दर ज्यादा मिलेगी कहकर उनसे लाखो रूपये डकार लिए और अब हालात यह है। कि ऑफिस का ताला ही नही खुलता । इधर जिन्होंने अपने मेहनत से कमाई हुई राशि का जो एक एक रुपया इकट्ठा किया था। वह उनकी ही राशि समय पर नही मिल रही। और एक एजेंट ने तो लाखों रुपया सहारा के नाम वसूल किये और वह भी दो रुपये की डायरी पर यह सब लूट खसोट का खेल चलता रहा । कई लोगो को तो रशीद भी नही दी। इतना ही नही उक्त एजेंट भी 1 माह से फरार हो गया।जब स्थानीय  निवेशकों को ज्ञात हुआ की उनसे जो राशि वसूल की गई वह सहारा में भी जमा नही की तो निवेशकों ने स्थानीय प्रशासन से राशि दिलाने की मांग की और मंगलवार को एक दर्जन लोगो ने तहसीलदार एवं थाना प्रभारी सिराली को ज्ञापन सौपकर उक्त युवक बुद्धु सिंह कुशवाह पर कार्रवाई की मांग की। इस मौके पर पीड़ित निवेशक असलम खान, गोपाल अग्रवाल,विकास चौधरी, सचिन कुशवाह, आनंद सिंह राजपूत, विक्रमसिंह राजपूत, दिनेश गंगराड़े, रतनलाल गुप्ता, अजीम खान उपस्थित थे।

 *पीड़ित निवेशक बोले*
 *डायरी पर ही है रिकार्ड*

पीड़ित रतनकुमार गुप्ता ने बताया कि मेने एक एक रुपया इकट्ठा कर लगभग 80 हजार रूपये सहारा में जमा किये सोचा भविष्य में बच्चो की पढ़ाई में काम आएंगे। लेकिन सहारा के एजेंट ने मेरे अरमानो पर पानी फेर दिया उक्त एजेंट ने मुझे आज तक रशीद नही दी। सिर्फ  दो रुपये की डायरी में जमा राशि लिखी हुई है। श्री गुप्ता ने बताया कि मेने कई बार जमा रुपयों की रशीद का कहा लेकिन हर बार उक्त युवक रशीद दे दूँगा कहता रहा।  इसके अलावा आनंद सिंह राजपूत ने बताया कि मेरे भी 79 हजार रूपये सहारा में जमा है। जिसमे लगभग 26 हजार रूपये की रशीद मुझे नही मिली। कम्पनी के ऑफिस में भी ताला लटक रहा है। ऐसे तहसील क्षेत्र के कई निवेशक आज अपना ही रुपया लेने के लिए भटक रहे और जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहे है।

 *सहारा परिवार के सिराली शाखा प्रमुख भी संदेह के दायरे में*

ज्ञात हो की सिराली स्थित सहारा परिवार में काम करने वाला युवक बुद्दूसिंह उर्फ अनिल कुशवाह   अचानक गायब हो गया। और स्थानीय सहारा परिबार ने उसकी गुमशुदगी की शिकायत भी स्थानीय थाने में नही की।  आखिर क्या कारण रहा जो शाखा प्रमुख ने इस पुरे मामले को दबाने का प्रयास किया । कम्पनी में कार्यरत युवक निवेशकों से हजारो लाखो रुपया वसूलता रहा और लापता हो गया।और स्थानीय शाखा प्रमुख द्वारा उसकी शिकायत भी सिराली थाने में नही की गई। कई न कई इस खेल में उक्त शाखा प्रमुख की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे है। जो की उनकी कार्यशैली भी संदेह के दायरे में दिख रही है।

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