*मेघनाद ने चलाई शक्ति लक्ष्मण हुऐ मूर्छित हनुमान ने उठा लाए सजीवन बूटी का पहाड़ रावण हुआ विचलित*
*पवित्र समय न्यूज़*
*मदन गोर की रिपोर्ट*
*हरदा* / बालागांव श्री रामलीला महोत्सव में आज अगंद रावण संवाद, लक्षमण जी के शक्ति लगना, हनुमान जी द्वारा संजीवनी बूटी लाने की लीला का मनोहारी मंचन आदर्श शिव शक्ति रामलीला मंडल के कलाकारों ने गोविंद गौर प्रेम नारायण गौर के नेतृत्व में प्रस्तुत किया गया। रामायण का पाठ व्यास सुरेश जी गौर ने किया। सर्वप्रथम श्रीराम एवं रामायण जी का पूजन संतोष जी गौर के साथ किया तत्पश्चात् रामलीला प्रारम्भ हुई। अंगद को रावण के दरबार में शंातिदूत बनाकर भेजा जाता है। वहां अंगद रावण से कहते हैं कि यदि आप अपने को एवं आने वाले कुल को विनाश से बचाना चाहते हैं तो आप माता सीता को लौटाकर श्रीराम से क्षमा मांग लें तो युद्ध से बचा जा सकता है। रावण कहता है कि यदि तू दूत न होता तो यहां से वापस न जाता। वो राम मुझसे वानरों और भालुओं के भरोसे युद्ध क्या कर पायेगा। वानर भालु तो हमारा आहार हैं उन्हें तो हम गाजर मूली की तरह चबा जायेंगे। यह सुनकर अंगद कहते हैं कि आप की सभा में कोई भी मेरा पैर जमीन से उठा देगा तो हम सब वपास चले जायेंगे। सभी वीर एक एक करके आये अंगद का पैर उठाना न दूर पैर को हिला भी नहीं पाये। अंत में रावण आया और जैसे ही वह अंगद के पैर की ओर झुका तो अंगद ने अपना पैर हटा लिया और कहा पैर पकड़ने हैं तो श्रीराम के पकड़िये आपका उद्धार हो जायेगा। युद्ध प्रारम्भ हो चुका है रावण की सैना का नेतृत्व मेघनाद कर रहा है। मेेघनाद व लक्ष्मण मे भंयकर युद्ध होता है, तभी मेघनाद लक्ष्मण पर ब्रह्मास्त्र का प्रयोग कर देता है लक्ष्मण जी अचेत होकर धरती पर गिर जाते हैं। हनुमान जी उनें उठाकर शिविर में लाते हैं। फिर वैघ जी बताते हैं कि सुबह होने से पहले हिमालय से संजीवनी बूटी यदि आ गई तो इनके प्राण बच सकत हैं। हनुमान जी वायुमार्ग से हिमालय से संजीवनी बूटी लाते हैं और लक्ष्मण जी के प्राण बच जाते हैं। फिर भगवान राम से आज्ञा ले के दूसरी बार लक्ष्मण रणभूमि में जाते हैं और अपने पराक्रमी मायावी मेघनाथ कब बंध करते हैं
बाला गांव रामलीला में अपनी कला बखूबी निभाने वाले कलाकार सतीश अजय लवलेस रामनिवास अभिषेक सुदामा रामौतार दीन बन्धू सुनिल गौर सहित अपने अन्य कलाकारों के साथ अपनी कलाकारी का प्रदर्शन जमकर दसो दिन निर्वहन किया श्रोताओं ने भी आसपास के क्षेत्र से आए हुए अतिथि एवं ग्राम वासियों ने रामलीला का जमकर लुफ्त उठाया।
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