*वीर सावरकर को भारतरत्न देने से भारत की शोभा बढ़ेगी: डॉ. स्वामी*
पवित्र समय न्यूज़ (मुंबई) २८/०२/२०२०
देश की आजादी के आंदोलन हुकूमत में भारत माता का एक ऐसा सपूत स्वतंत्रता संग्राम का महान सेनानी वीर सावरकर को काला पानी सजा के लिये अंडमान निकोबार द्वीप में कैद रखा।बात उन दिनों की है जब कोल्हू से बैल जोतकर तिलहन से तेल निकाला जाता था। उसी कोल्हू की जगह वीर सावरकर को तेल निकालने के लिये कई सालों तक जोता गया। उसी तेल से भोजन बनकर कैदियों और सिपाहियों को परोसा जाता था।भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्य सभा सांसद डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने स्वांतव्य वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक शिवाजी पार्क दादर (प.) में केवल एक फेरा कोल्हू चलाकर उसका दर्द महसूस करने के बाद सभागार में अपने सैकड़ो समर्थकों को संबोधित करते हुये कहा की वीर सावरकर को भारतरत्न देने से सावरकर जी की नही बल्कि भारतरत्न की शोभा बढ़ेगी।इस लिये भारत सरकार को उनको भारतरत्न देना ही चाहिये। डॉ. स्वामी वीर सावरकर की ५४ वीं आत्मर्पण दिन के उपलक्ष्य पर वीर सावरकर समिति द्वारा आयोजित नागरिकता संसोधन कानून का विरोध अथवा देश का विरोध इस विषय पर बतौर प्रमुख वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि नागरिकता संसोधन कानून का विरोध करना सरासर गलत है।यही हमने आजादी के बाद वीर सावरकर की बातों को माना होता तो आज देश में नागरिकता संसोधन कानून लाने की कोई जरूरत नही होती।डॉ. स्वामी ने आचार्य बालाराव सावकर की पुस्तक का विमोचन किया।स्वपनिल सावकर व रणजीत सावरकर विधायक अतुल भातखलकर ने स्मृतिचिन्ह देकर डॉ. स्वामी का सम्मान किया।इस मौके पर अजय संख्ये,विराट हिंदुस्थान संगम,जगदीश शेट्टी,श्यामसुंदर आर्य,विशाल मेहता के अलावा सैकडों लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का आरंभ राष्ट्रीय गीत तथा समापन वंदे मातरम से हुआ। जबकि दिनेश कांजी ने कार्यक्रम का सूत्र संचालन किया।
पवित्र समय न्यूज़ (मुंबई) २८/०२/२०२०
देश की आजादी के आंदोलन हुकूमत में भारत माता का एक ऐसा सपूत स्वतंत्रता संग्राम का महान सेनानी वीर सावरकर को काला पानी सजा के लिये अंडमान निकोबार द्वीप में कैद रखा।बात उन दिनों की है जब कोल्हू से बैल जोतकर तिलहन से तेल निकाला जाता था। उसी कोल्हू की जगह वीर सावरकर को तेल निकालने के लिये कई सालों तक जोता गया। उसी तेल से भोजन बनकर कैदियों और सिपाहियों को परोसा जाता था।भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्य सभा सांसद डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने स्वांतव्य वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक शिवाजी पार्क दादर (प.) में केवल एक फेरा कोल्हू चलाकर उसका दर्द महसूस करने के बाद सभागार में अपने सैकड़ो समर्थकों को संबोधित करते हुये कहा की वीर सावरकर को भारतरत्न देने से सावरकर जी की नही बल्कि भारतरत्न की शोभा बढ़ेगी।इस लिये भारत सरकार को उनको भारतरत्न देना ही चाहिये। डॉ. स्वामी वीर सावरकर की ५४ वीं आत्मर्पण दिन के उपलक्ष्य पर वीर सावरकर समिति द्वारा आयोजित नागरिकता संसोधन कानून का विरोध अथवा देश का विरोध इस विषय पर बतौर प्रमुख वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि नागरिकता संसोधन कानून का विरोध करना सरासर गलत है।यही हमने आजादी के बाद वीर सावरकर की बातों को माना होता तो आज देश में नागरिकता संसोधन कानून लाने की कोई जरूरत नही होती।डॉ. स्वामी ने आचार्य बालाराव सावकर की पुस्तक का विमोचन किया।स्वपनिल सावकर व रणजीत सावरकर विधायक अतुल भातखलकर ने स्मृतिचिन्ह देकर डॉ. स्वामी का सम्मान किया।इस मौके पर अजय संख्ये,विराट हिंदुस्थान संगम,जगदीश शेट्टी,श्यामसुंदर आर्य,विशाल मेहता के अलावा सैकडों लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का आरंभ राष्ट्रीय गीत तथा समापन वंदे मातरम से हुआ। जबकि दिनेश कांजी ने कार्यक्रम का सूत्र संचालन किया।
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