किसानों के खातों की जांच हुई शुरू अगले दो दिन में खुल सकते है खाते
सिराली/ मंगलवार को सेकड़ो किसानों ने कृषि उपज मंडी में धरना दिया था। और जमकर मंडी प्रशासन जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल सील किये हुए बैंक खाते चालु करने सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर दिनभर गहमागहमी रही किसानों का नेतृत्व युवराज अभिजीत शाह कर रहे थे। जिसमें न कोई बैनर और नही कोई संग़ठन था। श्री शाह ने दो दिन पहले किसानों की समस्याओ को ध्यान में रखते सोशल मीडिया पर मैसेज शेयर कर किसानों का समर्थन माँगा था और बुधबार को सेकड़ो किसान मैदान में उतर गए और अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया। किसानों ने प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था खाते खोले जाये नही तो बाजार बंद कर देंगे। शाम 5 बजे एक प्रतिनधि मंडल युवराज अभिजीत शाह के नेतृत्व में कलेक्टर अनय द्विवेदी से मिला था। जहाँ कलेक्टर ने शीघ्र ही समस्याओं के समाधान को लेकर आश्वस्त किया था। बुधवार को हरदा से सहकारिता विभाग की एक टीम सिराली आई जहाँ कृषि उपज मंडी में किसानों से काफी नोक झोंक के बाद किसानों से फार्म भरवाकर एक अनुबंध और एक ऋणपुस्तिका वाले खाताधारक किसानों एवं जिन किसानों ने अपने परिवार के सदस्यों के खाते में मूंग बेचा है। उनसे फार्म भरवाए गये सभी खातों की जांच कर टीम कलेक्टर को प्रतिवेदन पेश करेंगे। शीघ्र ही एक दो दिन में 90 प्रतिशत खाते खुल जाएंगे।
बुधवार को भी युवराज अभिजीत शाह दिनभर किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए मंडी में किसानों के साथ खड़े रहे। पवित्र समय न्यूज़ से चर्चा में श्री शाह ने बताया कि जांच चल रही है एक या दो दिन में किसानों के सील खाते खुल जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब तक क्षेत्र के साढ़े चार सो खाते नही खुल जाते में अपना स्वयं का खाता नही खुलवाऊँगा।
किसानों ने उठाई एक और मांग
ब्याज सहित मिले मुंग का पैसा
क्षेत्र के किसानों ने कहा कि प्रशासन ने किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया है। हमारे अनाज को खरीद लिया लेकिन अभी कई खातों में समर्थन मूल्य पर बेचा गया मुंग का पैसा नही आया। दो महीने से हम बैंक और अधिकारियो के चक्कर लगा रहे है। जब बैंक हमसे ब्याज वसूल सकती है । सरकार हमसे लेती है तो हमको नियम से वापिस भी दे। मंडी बोर्ड अधिनियम के तहत कृषि उपज मंडी पर बेचे गये पत्रक पर स्पस्ट लिखा है कि किसान को उसी दिन भुगतान न होने की दशा में अधिनियम की धारा 37 (2) आगामी मूल्य का 1 प्रतिशत की दर से पांच दिन का 5 प्रतिशत अतिरिक्त भुगतान देय होगा। किसानों ने मांग की है कि हमे मंडी अधिनियम के तहत हमारी बेचीं हुई उपज का ब्याज सहित दाम मिले।
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