Monday, 2 October 2017



शिष्यों से सम्मान पाकर अभिभुत हुए गुरूजन


कतिया गौरव परिवार ने ३५ रिटायर्ड और ६५ गुरुजनों का किया सम्मान
वृद्धजन पखवाड़ा शुरू,बुजुर्गों का घर घर जाकर करेंगे शॉल श्रीफल से सम्मान

हरदा। श्रीकृष्ण यादव छात्रावास में रविवार को कतिया गौरव परिवार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर गुरू शिष्य सम्मान समारोह रखा गया। इसमें इंदौर, पीथमपुर, भोपाल, होशंगाबाद, इटारसी, बैतूल, बुरहानपुर, टिमरनी, मंडीदीप व अन्य जगहों से रिटायर्ड और वर्तमान में सेवारत शिक्षक शिक्षिकाएं शामिल हुए। समारोह में ३५ रिटायर्ड व ६५ वर्तमान गुरूजनों का उन्हीं के शिष्यों के हाथों शॉल श्रीफल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया।
एनपी भवरे ने कहा,समाज में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। युवा समाज को नई दिशा दे सकते हैं। युवा पीढ़ी को समय का प्रबंधन कर लक्ष्य पर फोकस करने की जरुरत है। जीआर सातनकर ने समाज को नशा मुक्त बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा,नशा करने वाले आर्थिक,सामाजिक,शारीरिक नुकसान होता है। परिवार में गृह क्लेश होता है। साहित्कार अर्चना भैंसारे ने कहा,माता पिता और गुरू हमेशा ही होते हैं। गुरू हमारी आंखों पर पड़े अज्ञानता रुपी परदे को हटाकर हमें सच देखने का मार्ग दिखाते हैं। उन्होंने पुरातन सोच से उबरने और पॉजीटिव सोच रखकर आगे बढ़ने की बात कही। शोभाराम भवरे ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा,इससे समाज में गुरू शिष्य परंपरा को लेकर सकारात्मक संदेश जाएगा। जीपी धार्मिक ने कहा,रिटायरमेंट एक प्रक्रिया है लेकिन शिक्षक कभी रिटायर नहीं होता। उसके पास संचित अनुभव का खजाना होता है,जिससे समाज लाभांवित होता है।
रामदीन ढोके ने बताया, वे तीन नौकरी के लिए चुने गए। लेकिन उन्होंने शिक्षा को चुना। जिससे वे बच्चों को संस्कार रुपी शिक्षा देकर बेहतर समाज निर्माण कर राष्ट्र के लिए शिक्षित नागरिक तैयार कर सकें। रिटायर्ड बीईओ आरए चौरसिया ने कहा,शिक्षा जागरुकता व अपने हक को पाने का सशक्त जरिया है। शकुंतला दुनगे ने कहा,महिलाएं समाज विकास में आगे आएं। बेटियों को बिना भेदभाव शिक्षा दिलाएं। एचएन कुल्हारे,चिंतामन चौरे,सीमा ओनकर,चेतराम कुल्हारे समेत कई शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किए। नायब तहसीलदार मनोहर कुल्हारे ने कार्यक्रम का उददेश्य बताया। आयोजन के सूत्रधार अनिल भवरे,सुनील चौरे,हुकुम बिल्लोरे,महेश चौरसिया,एनपी पाटनकर,मुकेश मंडलेकर,नरेंद्र ओनकर,बंशीलाल ठाकरे,चैनसिंह भवरे,दीपक डोंगरे ने बोर्ड परीक्षा,खेल,साहित्य,सांस्कृतिक क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली ७० से ज्यादा प्रतिभाओं का सम्मान किया। समारोह में समाज के सैकड़ों लोग मौजूद थे।
बाक्स में
अब घर घर जाकर करेंगे सम्मान
कतिया गौरव परिवार वृद्धजन पखवाड़ा के तहत समाज के बुजुर्गों के घर घर जाकर उनके पैर पखारेेगा। शॉल श्रीफल देकर सम्मान करेगा। समाज विकास के लिए उनके जीवन के संचित अनुभव एकत्रित करेगा। जिसका समाज की मैगजीन में प्रकाशन होगा। टीआर हुरमाले ने समाज की मासिक मैगजीन में सभी से सहयोग का आग्रह किया। जिससे समाज विकास,प्रतिभा अभिनंदन,गुरु सम्मान,वृद्धजन सम्मान सामूहिक विवाह सम्मेलन,रामसत्ता जैसे विविध आयोजन किए जा सकें। गरिमा भवरे और तृप्ति चौरे सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।

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