*अदभुत है लेकिन सत्य है, हीरे में गणपति की प्रतिमा*
पवित्र समय न्यूज(मुंबई) 30 अगस्त 2018
मुंबई-वैसे धर्म और आस्था पर अनेक प्रकार के धर्म गुरुओं द्वारा प्रवचन और अपने अपने धर्म को अधिक महत्व दिया जाता है।लेकिन आज हम एक अनमोल रत्न हीरे के अंदर गणेश की प्रतिमा के बारे में बताना चाहते है।वैसे आज तक पेड़ो के पत्तो तथा फल पेड़ो पर गणेश की प्रतिमा देखी होगी मगर अदभुत है लेकिन सत्य है।प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्व के हीरा बाजार में 10 में से 8 हीरे वाली भारतीय हीरा इंडस्ट्रीज में रफ हीरा बहुत आता है। जिसे गुजरात के सूरत में कच्चे माल की खरीदी करने वाले बंकिम भाई शाह जो वर्तमान में मुंबई के हीरे व्यापार में है।जिनके हाथ में एक ऐसा स्टोन आया है जो एकदम गणपति की प्रतिमा लगती है।खास बात यह भी है कि जो कच्चा हीरा एक दम कुदरती लगता है,और 48.11 कैरेट का पिलास कलर का ग्रीन है,यही नही 70 मिमी.ऊँचाई है तो 60 मिमी.गोलाई तथा 30 मिमी.जड़ाई युक्त है।यह अदभुत हीरा देखकर विश्व हीरा बाजार में यह कयास लगाया जा रहा है कि यह हीरा इतिहास का पहला और कुदरती हीरा पत्थर मिला है जिसमें गणपति प्रतिमा होना कुदरती करिश्मा को दर्शाता है।खास बात यह भी है उक्त गणेश प्रतिमा के आकर के पत्थर को किसी चमत्कार से कम नही कह सकते।जबकि अभी गणेश चतुर्थी के कुछ ही दिन बाकी है जहां हिंदू धर्म के सबसे पूजनीय आराध्य देव गणपति का आगमन होना है।ऐसे में विश्व के हीरा व्यापार में भारत को अदभुत गणेश प्रतिमा जड़ित हीरा पत्थर मिलने से विश्व स्तर पर और केंद्र तथा पूरे महाराष्ट्र में अलौकिक हीरा में गणेशजी के मुखमुद्रा दो कान,चार भुजा दो पैर और सूंड, एक दम सितारों के जैसे चमकीले है। कयास लगाये जा रहे है उक्त चमत्कारिक हीरे पत्थर को गिनीज़ वर्ड रिकॉर्ड,लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड,इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल किये जाने के लिये अप्लाई किया गया है।हीरा व्यापारी बंकिम शाह ने उक्त हीरा को खास और अनमोल बताया है।
पवित्र समय न्यूज(मुंबई) 30 अगस्त 2018
मुंबई-वैसे धर्म और आस्था पर अनेक प्रकार के धर्म गुरुओं द्वारा प्रवचन और अपने अपने धर्म को अधिक महत्व दिया जाता है।लेकिन आज हम एक अनमोल रत्न हीरे के अंदर गणेश की प्रतिमा के बारे में बताना चाहते है।वैसे आज तक पेड़ो के पत्तो तथा फल पेड़ो पर गणेश की प्रतिमा देखी होगी मगर अदभुत है लेकिन सत्य है।प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्व के हीरा बाजार में 10 में से 8 हीरे वाली भारतीय हीरा इंडस्ट्रीज में रफ हीरा बहुत आता है। जिसे गुजरात के सूरत में कच्चे माल की खरीदी करने वाले बंकिम भाई शाह जो वर्तमान में मुंबई के हीरे व्यापार में है।जिनके हाथ में एक ऐसा स्टोन आया है जो एकदम गणपति की प्रतिमा लगती है।खास बात यह भी है कि जो कच्चा हीरा एक दम कुदरती लगता है,और 48.11 कैरेट का पिलास कलर का ग्रीन है,यही नही 70 मिमी.ऊँचाई है तो 60 मिमी.गोलाई तथा 30 मिमी.जड़ाई युक्त है।यह अदभुत हीरा देखकर विश्व हीरा बाजार में यह कयास लगाया जा रहा है कि यह हीरा इतिहास का पहला और कुदरती हीरा पत्थर मिला है जिसमें गणपति प्रतिमा होना कुदरती करिश्मा को दर्शाता है।खास बात यह भी है उक्त गणेश प्रतिमा के आकर के पत्थर को किसी चमत्कार से कम नही कह सकते।जबकि अभी गणेश चतुर्थी के कुछ ही दिन बाकी है जहां हिंदू धर्म के सबसे पूजनीय आराध्य देव गणपति का आगमन होना है।ऐसे में विश्व के हीरा व्यापार में भारत को अदभुत गणेश प्रतिमा जड़ित हीरा पत्थर मिलने से विश्व स्तर पर और केंद्र तथा पूरे महाराष्ट्र में अलौकिक हीरा में गणेशजी के मुखमुद्रा दो कान,चार भुजा दो पैर और सूंड, एक दम सितारों के जैसे चमकीले है। कयास लगाये जा रहे है उक्त चमत्कारिक हीरे पत्थर को गिनीज़ वर्ड रिकॉर्ड,लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड,इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल किये जाने के लिये अप्लाई किया गया है।हीरा व्यापारी बंकिम शाह ने उक्त हीरा को खास और अनमोल बताया है।
Congratulations
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