*कुर्ला टर्मिनस पर गरदुल्लो और रिक्शा चालकों की दादागिरी चरम सीमा पर*
मनसे नेता नितिन नांदगांवकर ने कानून व्यवस्था पर साधा निशाना
पवित्र समय न्यूज(मुंबई) 31 अगस्त 2018
मुंबई-कुर्ला टर्मिनस पर चरसी गरदुल्लो के आतंक से तो यात्री व स्थानीय लोग परेशान चल रहे है, लेकिन जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के स्थानीय नेता नितिन नांदगांवकर को लगातार शिकायतें मिलने के कारण उन्होंने मध्य रात्रि को कुर्ला टर्मिनस का जायजा लिया तो कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया है।चरसी गरदुल्लो के अलावा रिक्शा चालकों द्वारा दूर दराज से आने वाले यात्रियों को मन माना किराया वसूला जा रहा है, यही नही प्रायवेट गाड़ियों की तोड़फोड़ तो चालकों गाड़ी मालिक से हाथापाई की जा रही है।खास बात यह भी देखने को मिल रही है रिक्शा चालकों के पास लायसेंस तथा बेंच भी नही होते हैं और तो और सभी रिक्शा चालक शराब,या अन्य नशीले पदार्थो का सेवन करके यात्रियों को सरेआम लूट खसोट का धन्दा शुरू है।ज्ञात हो कि कुर्ला टर्मिनस पिछले कुछ वर्षों से अय्यासी का अड्डा बन चुका है चरसी गरदुल्लो के डर के कारण बहुत से यात्री परेशानी झेल कर यात्रा करते है, जबकि टिकट की काला बाजारी भी सरेआम होती है,जहाँ पुलिस अधिकारी मूकदर्शक बनकर देखते है।और कुछ दलालों का कहना है कि रेलवे पुलिस व ट्रैफिक पुलिस और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों तक ब्लैक टिकट तथा रिक्शा चालकों को हफ्ता देना पड़ता है।जिससे उनको यहा यात्रियों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है। गौरतलब है कि इस प्रकार कानून व्यवस्था का मजाक बना कुर्ला टर्मिनस पर मनसे नेता ने मध्य रात्रि के समय चलने वाले कारोबार की पोल खोल दी है जो कानून व्यवस्था के लिये बड़े ही दुःखद बात है।
मनसे नेता नितिन नांदगांवकर ने कानून व्यवस्था पर साधा निशाना
पवित्र समय न्यूज(मुंबई) 31 अगस्त 2018
मुंबई-कुर्ला टर्मिनस पर चरसी गरदुल्लो के आतंक से तो यात्री व स्थानीय लोग परेशान चल रहे है, लेकिन जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के स्थानीय नेता नितिन नांदगांवकर को लगातार शिकायतें मिलने के कारण उन्होंने मध्य रात्रि को कुर्ला टर्मिनस का जायजा लिया तो कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया है।चरसी गरदुल्लो के अलावा रिक्शा चालकों द्वारा दूर दराज से आने वाले यात्रियों को मन माना किराया वसूला जा रहा है, यही नही प्रायवेट गाड़ियों की तोड़फोड़ तो चालकों गाड़ी मालिक से हाथापाई की जा रही है।खास बात यह भी देखने को मिल रही है रिक्शा चालकों के पास लायसेंस तथा बेंच भी नही होते हैं और तो और सभी रिक्शा चालक शराब,या अन्य नशीले पदार्थो का सेवन करके यात्रियों को सरेआम लूट खसोट का धन्दा शुरू है।ज्ञात हो कि कुर्ला टर्मिनस पिछले कुछ वर्षों से अय्यासी का अड्डा बन चुका है चरसी गरदुल्लो के डर के कारण बहुत से यात्री परेशानी झेल कर यात्रा करते है, जबकि टिकट की काला बाजारी भी सरेआम होती है,जहाँ पुलिस अधिकारी मूकदर्शक बनकर देखते है।और कुछ दलालों का कहना है कि रेलवे पुलिस व ट्रैफिक पुलिस और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों तक ब्लैक टिकट तथा रिक्शा चालकों को हफ्ता देना पड़ता है।जिससे उनको यहा यात्रियों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है। गौरतलब है कि इस प्रकार कानून व्यवस्था का मजाक बना कुर्ला टर्मिनस पर मनसे नेता ने मध्य रात्रि के समय चलने वाले कारोबार की पोल खोल दी है जो कानून व्यवस्था के लिये बड़े ही दुःखद बात है।
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