*लॉक डाउन में झलका कलाकारों का दर्द किसे सुनाये अपना दुखड़ा : अरविंद जयंत*
पवित्र समय न्यूज़(मुंबई) २७/०५/२०२०
मुंबई-मायानगरी को कोरोना महामारी ने अपनी आगोस में ले लिया है, प्रवासी मजदूरो के बाद फिल्मी और टीवी कलाकारो का दर्द भी अब सामने आया है। चर्चित कलाकार अरविंद जयंत जिन्होंने लापतागंज,क्राइम पेट्रोल,हर साख पर उल्लू बैठा है (मराठी) कहे दिया प्रदेश जैसे अनेक टीवी प्रोग्राम में काम किया उन्होंने बताया कि सभी लोग अपना-अपना दुखड़ा प्रशासन को सुना सकते है लेकिन कलाकार अपना दुखड़ा किसको सुनाये। पूरे देश मे पिछले दो महीनों से लॉक डाउन है जिससे लोग घरों में बंद है और राज्य सरकारें अपने नागरिको को अपने-अपने राज्यों में आने के लिये सुविधा उपलब्ध करवाने में जुटी हुई। लेकिन मायानगरी मुम्बई में सैकड़ों फिल्मी तथा टीवी कलाकार है जो इस समय बड़ी मुसीबत में अपना समय निकाल रहे है यही नही जिन फ्लैटों में रह रहे उसका भाड़ा तथा मेंटेनेंस देने के लिये भी उनके पास कुछ नही बचा तो कुछ लोगों को खाने के लाले पड़े हुये वो लोग किसको अपना दुखड़ा सुनाये। ज्ञात हो कि कोरोना महामारी ने गरीब तथा मध्यम वर्ग के नागरिकों की कमर तोड़ दी है,मध्यम वर्ग के लोग इज्जत तथा समाज से शर्म महसूस करने के कारण सामाजिक संस्थाओ तथा सरकार से मदद भी नही मांग पाते जिससे उनके सामने गम्भीर समस्या बनी हुई। पिछले दिनों सोशल मीडिया से दान दाताओ की चर्चा जोरों पर हुई उनमे फ़िल्म अभिनेताओं ने कलाकारों की मदद के लिये आगे आये लेकिन जो जरूरमंद कलाकार है उनको कोई सुविधा उपलब्ध नही हुई। और नही सरकार द्वारा उनको राहत मिल रही है।
पवित्र समय न्यूज़(मुंबई) २७/०५/२०२०
मुंबई-मायानगरी को कोरोना महामारी ने अपनी आगोस में ले लिया है, प्रवासी मजदूरो के बाद फिल्मी और टीवी कलाकारो का दर्द भी अब सामने आया है। चर्चित कलाकार अरविंद जयंत जिन्होंने लापतागंज,क्राइम पेट्रोल,हर साख पर उल्लू बैठा है (मराठी) कहे दिया प्रदेश जैसे अनेक टीवी प्रोग्राम में काम किया उन्होंने बताया कि सभी लोग अपना-अपना दुखड़ा प्रशासन को सुना सकते है लेकिन कलाकार अपना दुखड़ा किसको सुनाये। पूरे देश मे पिछले दो महीनों से लॉक डाउन है जिससे लोग घरों में बंद है और राज्य सरकारें अपने नागरिको को अपने-अपने राज्यों में आने के लिये सुविधा उपलब्ध करवाने में जुटी हुई। लेकिन मायानगरी मुम्बई में सैकड़ों फिल्मी तथा टीवी कलाकार है जो इस समय बड़ी मुसीबत में अपना समय निकाल रहे है यही नही जिन फ्लैटों में रह रहे उसका भाड़ा तथा मेंटेनेंस देने के लिये भी उनके पास कुछ नही बचा तो कुछ लोगों को खाने के लाले पड़े हुये वो लोग किसको अपना दुखड़ा सुनाये। ज्ञात हो कि कोरोना महामारी ने गरीब तथा मध्यम वर्ग के नागरिकों की कमर तोड़ दी है,मध्यम वर्ग के लोग इज्जत तथा समाज से शर्म महसूस करने के कारण सामाजिक संस्थाओ तथा सरकार से मदद भी नही मांग पाते जिससे उनके सामने गम्भीर समस्या बनी हुई। पिछले दिनों सोशल मीडिया से दान दाताओ की चर्चा जोरों पर हुई उनमे फ़िल्म अभिनेताओं ने कलाकारों की मदद के लिये आगे आये लेकिन जो जरूरमंद कलाकार है उनको कोई सुविधा उपलब्ध नही हुई। और नही सरकार द्वारा उनको राहत मिल रही है।
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