*लॉक डाउन से कर्ज में डूबे भुखमरी की कगार पर मुंबई की गरीब जनता: वसंत कुंभार*
पवित्र समय न्यूज़(मुंबई) ०५/०७/२०२०
मुंबई- अब तक तो जैसे तैसे गुजर बसर कर चुके मुंबई के गरीब लोग लेकिन अब कर्ज और भुखमरी की कगार पर आ गये। देश भर में कोरोना महामारी ने आर्थिक व्यवस्था को तो निगल लिया वही सरकार ने और सामाजिक संगठनों ने लॉक डाउन शुरू होते ही जनता को हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास दिन रात किया। लेकिन मुंबई शहर के गरीब लोगों की हालात इस समय बहुत ही कष्टदायक है। देश का एकमात्र ऐसा शहर मुंबई जो आर्थिक राजधानी से जाना जाता है। जहां अन्य राज्यों के लोग बसे हुये है। लॉक डाउन शुरू होते ही घरों के कैद नागरिकों ने जैसे तैसे कर्ज लेकर अपना गुजर बसर किया लेकिन अब उनके सामने भुखमरी से मरने जैसी हालात को देखते हुये पत्रकारों को ईशान्य मुंबई स्लम सेल के तालुका अध्यक्ष वसंत कुंभार ने केंद्र से लेकर राज्य की उद्धव सरकार से कहा कि लॉक डाउन बढ़ाते जा रहे हो निरंतर बढ़ने वाले लॉक डाउन से मुंबई की गरीब जनता के दिन ब दिन हालात बिगड़ रहे जिससे लोग डिप्रेशन में चल रहे है। अब लोगों को कोरोना महामारी से ज्यादा कर्ज और भुखमरी से मरने का डर सता रहा है।वही कुछ अपने-अपने गांवों को पलायन कर गये जिससे उनकी दुकाने घर,के ताले टूटने शुरू हो गये। लॉक डाउन के दरमियान चोरियों की घटना बढ़ गयी। इसका मुख्य कारण गरीबी भुखमरी और मादक पदार्थों के सेवक करने वालों गिरोह सक्रिय हुआ जो चोरियों को अंजाम दे रहे हैं। शिवाजी नगर-मानखुर्द विधानसभा क्षेत्र अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र में मोबाईल दुकानों समेत बैंक की डिपॉजिट मशीन और कम्प्यूटर ले उड़े चोर, जबकि सरकार ने लॉक डाउन के समय सभी कंपनी और घर मालिकों और बैंक के कर्जदार स्कूलों से आह्वान किया था जनता को किसी प्रकार की असुविधा नही हो पाए फिर भी किसी ने सरकार के निर्देश का पालन नही किया बल्कि गरीब जनता को कर्ज के तले दबा दिया। मकान का किराया, लाईट बिल,बच्चो की स्कूल फीस ऊपर से घर में राशन सामग्री से गरीब लोग डिप्रेशन में हो गये है। इन समस्याओं को देखते हुये सामाजिक संगठनों ने मिलकर राज्य की महाविकास आघाडी सरकार से मांग करने के लिये जन आंदोलन की तैयारी शुरू है। लेकिन स्थानीय पुलिस का सहयोग नही मिल रहा है। जबकि राज्य सरकार ने धारा 144 के तहत 4 व्यक्ति के जमावड़ा पर सख्त कानून लागू किया है। इसलिये पुलिस द्वारा परमिशन नही मिलने के कारण ईशान्य मुंबई कांग्रेस पार्टी स्लम सेल के तालुका अध्यक्ष वसंत कुंभार के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी का एक शिष्ट मंडल जिसमें पीसीसी सदस्य सुनील येवले, विनोद जैन, के साथ अन्य लोगों ने शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक किशोर से 3 जुलाई को ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी की और से केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पेट्रोल,डीजल, के दामों में हुई बढ़ोतरी के विरोध में जन आंदोलन करने की परमिशन मांगी थी। लेकिन पुलिस ने धारा 144 का हवाला देकर परमिशन देने से मना कर दिया। लेकिन मुंबई के जे.जे. अस्पताल के कर्मचारियों को कैसे जन आंदोलन करने की परमिशन दी गयी। इस पर सरकार को जवाब देना होगा लॉक डाउन से पीड़ित जनता कर्ज और भुखमरी से मरने की कगार पर है।
पवित्र समय न्यूज़(मुंबई) ०५/०७/२०२०
मुंबई- अब तक तो जैसे तैसे गुजर बसर कर चुके मुंबई के गरीब लोग लेकिन अब कर्ज और भुखमरी की कगार पर आ गये। देश भर में कोरोना महामारी ने आर्थिक व्यवस्था को तो निगल लिया वही सरकार ने और सामाजिक संगठनों ने लॉक डाउन शुरू होते ही जनता को हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास दिन रात किया। लेकिन मुंबई शहर के गरीब लोगों की हालात इस समय बहुत ही कष्टदायक है। देश का एकमात्र ऐसा शहर मुंबई जो आर्थिक राजधानी से जाना जाता है। जहां अन्य राज्यों के लोग बसे हुये है। लॉक डाउन शुरू होते ही घरों के कैद नागरिकों ने जैसे तैसे कर्ज लेकर अपना गुजर बसर किया लेकिन अब उनके सामने भुखमरी से मरने जैसी हालात को देखते हुये पत्रकारों को ईशान्य मुंबई स्लम सेल के तालुका अध्यक्ष वसंत कुंभार ने केंद्र से लेकर राज्य की उद्धव सरकार से कहा कि लॉक डाउन बढ़ाते जा रहे हो निरंतर बढ़ने वाले लॉक डाउन से मुंबई की गरीब जनता के दिन ब दिन हालात बिगड़ रहे जिससे लोग डिप्रेशन में चल रहे है। अब लोगों को कोरोना महामारी से ज्यादा कर्ज और भुखमरी से मरने का डर सता रहा है।वही कुछ अपने-अपने गांवों को पलायन कर गये जिससे उनकी दुकाने घर,के ताले टूटने शुरू हो गये। लॉक डाउन के दरमियान चोरियों की घटना बढ़ गयी। इसका मुख्य कारण गरीबी भुखमरी और मादक पदार्थों के सेवक करने वालों गिरोह सक्रिय हुआ जो चोरियों को अंजाम दे रहे हैं। शिवाजी नगर-मानखुर्द विधानसभा क्षेत्र अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र में मोबाईल दुकानों समेत बैंक की डिपॉजिट मशीन और कम्प्यूटर ले उड़े चोर, जबकि सरकार ने लॉक डाउन के समय सभी कंपनी और घर मालिकों और बैंक के कर्जदार स्कूलों से आह्वान किया था जनता को किसी प्रकार की असुविधा नही हो पाए फिर भी किसी ने सरकार के निर्देश का पालन नही किया बल्कि गरीब जनता को कर्ज के तले दबा दिया। मकान का किराया, लाईट बिल,बच्चो की स्कूल फीस ऊपर से घर में राशन सामग्री से गरीब लोग डिप्रेशन में हो गये है। इन समस्याओं को देखते हुये सामाजिक संगठनों ने मिलकर राज्य की महाविकास आघाडी सरकार से मांग करने के लिये जन आंदोलन की तैयारी शुरू है। लेकिन स्थानीय पुलिस का सहयोग नही मिल रहा है। जबकि राज्य सरकार ने धारा 144 के तहत 4 व्यक्ति के जमावड़ा पर सख्त कानून लागू किया है। इसलिये पुलिस द्वारा परमिशन नही मिलने के कारण ईशान्य मुंबई कांग्रेस पार्टी स्लम सेल के तालुका अध्यक्ष वसंत कुंभार के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी का एक शिष्ट मंडल जिसमें पीसीसी सदस्य सुनील येवले, विनोद जैन, के साथ अन्य लोगों ने शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक किशोर से 3 जुलाई को ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी की और से केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पेट्रोल,डीजल, के दामों में हुई बढ़ोतरी के विरोध में जन आंदोलन करने की परमिशन मांगी थी। लेकिन पुलिस ने धारा 144 का हवाला देकर परमिशन देने से मना कर दिया। लेकिन मुंबई के जे.जे. अस्पताल के कर्मचारियों को कैसे जन आंदोलन करने की परमिशन दी गयी। इस पर सरकार को जवाब देना होगा लॉक डाउन से पीड़ित जनता कर्ज और भुखमरी से मरने की कगार पर है।
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