*मुंबई के अंधेरी पूर्व बीएमसी अस्पताल की छत का पलास्टर गिरा,किसी हताहत की खबर नही*
पवित्र समय न्यूज़(मुंबई) १७/०७/२०२०
मुंबई-मूसलाधार बारिश में मुंबई के अंधेरी पूर्व मरोल में बीएमसी अस्पताल की छत का पलास्टर गिर गया, लेकिन किसी हताहत की खबर नही है। आज मुंबई में जारी मूसलाधार बारिश के कारण जर्जर बीएमसी अस्पताल की छत का पलास्टर गिर गया। गनीमत रही कि जहां छत का पलास्टर गिरा वहाँ किसी तरह से मरीज या डॉक्टर और नर्स नही थे, नही तो गम्भीर हादसा हो सकता था। खास बात यह है कि मौजूदा हालात में सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा होने से अस्पतालों को साफ सुथरा तथा दुरुस्त रखने की जरूरत है। ऐसे में जर्जर अस्पतालों को बीएमसी प्रशासन द्वारा दुरुस्त नही किया गया। कल 16 जुलाई को मुंबई में एक पुरानी ईमारत गिर गयी जहां मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दौरा किया और आज बीएमसी अस्पताल की छत का पलास्टर..
गिरना बहुत ही गम्भीर विषय है। जबकि मानसून के पहले बीएमसी द्वारा धोकादायक इमारतों के लिये नोटिस जारी करते है जिससे किसी प्रकार की दुर्घटना नही होने पाए फिर बीएमसी के अस्पताल की छत का पलास्टर गिरने को लेकर अंधेरी के / पूर्व वार्ड की लापरवाही कहे या जान बूझकर अस्पताल द्वारा लापरवाही बरती गयी। इसकी जांच होनी चाहिये। एक तरफ पूरा देश कोरोना महामारी से जुंझ रहा है खासकर मुंबई की बात करे तो हर दिन एक हजार मरीज कोरोना पॉजिटिव मिल रहे है और अस्पतालों में मरीजों को रखने के लिये जगह नही वही मरोल के बीएमसी अस्पताल में अगर मरीज ज्यादा होते तो क्या हाल होता बीमारी से कम हादसों से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा देते इसलिये सरकार को ऐसी लापरवाही करने वालो पर सख्ती बरतने की जरूरत है।
पवित्र समय न्यूज़(मुंबई) १७/०७/२०२०
मुंबई-मूसलाधार बारिश में मुंबई के अंधेरी पूर्व मरोल में बीएमसी अस्पताल की छत का पलास्टर गिर गया, लेकिन किसी हताहत की खबर नही है। आज मुंबई में जारी मूसलाधार बारिश के कारण जर्जर बीएमसी अस्पताल की छत का पलास्टर गिर गया। गनीमत रही कि जहां छत का पलास्टर गिरा वहाँ किसी तरह से मरीज या डॉक्टर और नर्स नही थे, नही तो गम्भीर हादसा हो सकता था। खास बात यह है कि मौजूदा हालात में सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा होने से अस्पतालों को साफ सुथरा तथा दुरुस्त रखने की जरूरत है। ऐसे में जर्जर अस्पतालों को बीएमसी प्रशासन द्वारा दुरुस्त नही किया गया। कल 16 जुलाई को मुंबई में एक पुरानी ईमारत गिर गयी जहां मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दौरा किया और आज बीएमसी अस्पताल की छत का पलास्टर..
गिरना बहुत ही गम्भीर विषय है। जबकि मानसून के पहले बीएमसी द्वारा धोकादायक इमारतों के लिये नोटिस जारी करते है जिससे किसी प्रकार की दुर्घटना नही होने पाए फिर बीएमसी के अस्पताल की छत का पलास्टर गिरने को लेकर अंधेरी के / पूर्व वार्ड की लापरवाही कहे या जान बूझकर अस्पताल द्वारा लापरवाही बरती गयी। इसकी जांच होनी चाहिये। एक तरफ पूरा देश कोरोना महामारी से जुंझ रहा है खासकर मुंबई की बात करे तो हर दिन एक हजार मरीज कोरोना पॉजिटिव मिल रहे है और अस्पतालों में मरीजों को रखने के लिये जगह नही वही मरोल के बीएमसी अस्पताल में अगर मरीज ज्यादा होते तो क्या हाल होता बीमारी से कम हादसों से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा देते इसलिये सरकार को ऐसी लापरवाही करने वालो पर सख्ती बरतने की जरूरत है।
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