*स्कूल की फीस में राहत दिये जाने के लिये शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ को सौपा ज्ञापन*
पवित्र समय न्यूज़(मुंबई) ३०/०७/२०२०
मुंबई-महाराष्ट्र राज्य की दयनीय हालत को देखकर ऐसा लगता है। आर्थिक राजधानी कहे जाने वाली मुंबई शहर की गरीब जनता पर कुदरती कहर बरपा हो वर्ष 2020 लोगों के लिये बहुत ही कष्टदायक बीत रहा है। जहां खाने पीने के लिये लोग तरस रहे वही अब स्कुलों में पढ़ने वाले बच्चों की चिंता सता रही है। पिछले चार महीनों से काम धंदे रोजगार व्यापार पूर्ण रूप से ठप है। वही बिजली बिल से जनता परेशान हो चुकी है। ऊपर से अभिभावकों को स्कूली फीस की गम्भीर समस्या ने घेर रखा है। बीते दिनों बिजली बिल के खिलाफ सरकार को अनेक सामाजिक संस्थाओं ने ज्ञापन सौंपा और सरकार ने एक बैठक बुलाकर इस पर चर्चा की लेकिन वो कितनी राहत भरी होगी इस बारे में कुछ कहा नही जा सकता। ऐसे ही आशा फाउंडेशन सामाजिक संस्था के शिष्ट मंडल ने शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ को ज्ञापन सौंपा और उन्होंने मांग की कोरोना महामारी के कारण पिछले तीन से चार महीने से अधिक समय से लॉक डाउन लगा हुआ है। जिससे काम धंदे,व्यापार,सब बंद है। और हालात ऐसे बने हुये है गरीब परिवारों के सामने परिवार का पेट पालना भी मुश्किल हो गया मौजूदा हालात में आवागमन जैसे मुंबई की लाइफ़ लाईन लोकल ट्रेन बंद होने से लोगों के कामकाज नौकरी करने वाले भी घरों में कैद है। ऐसे हालातों में बिजली बिल, स्कूली फीस और एडमिशन कैसे करवा पाएंगे। हाल ही में आयेशा फाउंडेशन सामाजिक संस्था के अध्यक्ष हाफिज खान ने अपने पदाधिकारी के साथ महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार में शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ को ज्ञापन देकर कहा कि स्कूली बच्चों को कोरोना के कारण सरकार द्वारा लॉक डाउन तक स्कूली फीस में राहत देने की मांग की है और सभी से आह्वान किया एक मंच पर सामुहिक तौर पर एकत्रित होकर मुंबईकरों को राहत पहुंचाने में राज्य सरकार के मंत्रियों तक अपनी समस्याएं पहुंचाये।
पवित्र समय न्यूज़(मुंबई) ३०/०७/२०२०
मुंबई-महाराष्ट्र राज्य की दयनीय हालत को देखकर ऐसा लगता है। आर्थिक राजधानी कहे जाने वाली मुंबई शहर की गरीब जनता पर कुदरती कहर बरपा हो वर्ष 2020 लोगों के लिये बहुत ही कष्टदायक बीत रहा है। जहां खाने पीने के लिये लोग तरस रहे वही अब स्कुलों में पढ़ने वाले बच्चों की चिंता सता रही है। पिछले चार महीनों से काम धंदे रोजगार व्यापार पूर्ण रूप से ठप है। वही बिजली बिल से जनता परेशान हो चुकी है। ऊपर से अभिभावकों को स्कूली फीस की गम्भीर समस्या ने घेर रखा है। बीते दिनों बिजली बिल के खिलाफ सरकार को अनेक सामाजिक संस्थाओं ने ज्ञापन सौंपा और सरकार ने एक बैठक बुलाकर इस पर चर्चा की लेकिन वो कितनी राहत भरी होगी इस बारे में कुछ कहा नही जा सकता। ऐसे ही आशा फाउंडेशन सामाजिक संस्था के शिष्ट मंडल ने शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ को ज्ञापन सौंपा और उन्होंने मांग की कोरोना महामारी के कारण पिछले तीन से चार महीने से अधिक समय से लॉक डाउन लगा हुआ है। जिससे काम धंदे,व्यापार,सब बंद है। और हालात ऐसे बने हुये है गरीब परिवारों के सामने परिवार का पेट पालना भी मुश्किल हो गया मौजूदा हालात में आवागमन जैसे मुंबई की लाइफ़ लाईन लोकल ट्रेन बंद होने से लोगों के कामकाज नौकरी करने वाले भी घरों में कैद है। ऐसे हालातों में बिजली बिल, स्कूली फीस और एडमिशन कैसे करवा पाएंगे। हाल ही में आयेशा फाउंडेशन सामाजिक संस्था के अध्यक्ष हाफिज खान ने अपने पदाधिकारी के साथ महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार में शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ को ज्ञापन देकर कहा कि स्कूली बच्चों को कोरोना के कारण सरकार द्वारा लॉक डाउन तक स्कूली फीस में राहत देने की मांग की है और सभी से आह्वान किया एक मंच पर सामुहिक तौर पर एकत्रित होकर मुंबईकरों को राहत पहुंचाने में राज्य सरकार के मंत्रियों तक अपनी समस्याएं पहुंचाये।
No comments:
Post a Comment