*गलत बढ़े हुए बिजली बिल की फिर से जांच करें
किरीट सोमैया, विधायक डावखरे की विद्युत नियामक आयोग में याचिका*
पवित्र समय न्यूज़(मुंबई) ३०/०७/२०२०
लॉकडाउन के समय महाराष्ट्र राज्य वितरण कंपनी द्वारा दर में की गई बढ़ोत्तरी को तत्काल रद्द करें, लॉक डाउन के समय बिजली बिल भरने के लिए 6 महीने की समयसीमा देने, इस समय के दौरान 100 यूनिट तक की बिजली मुफ्त दें इत्यादि मांग करनेवाली याचिका भाजपा के पूर्व सांसद डॉ. किरीट सोमैया और ठाणे शहर भाजपा अध्यक्ष विधायक निरंजन डावखरे ने राज्य विद्युत नियामक आयोग में डाला है ।
अपनी याचिका में डॉ. सोमैया ने लॉक डाउन के समय अनेक व्यावसायिक साथ ही घरेलू ग्राहकों को आए हुए भरपूर बिजली बिल की ओर आयोग का ध्यान आकर्षित किया है। अनेक ग्राहकों को औसत बिल के नाम पर अभी बिल बढ़ाकर भेजा गया है। लॉकडाउन के दौरान व्यवसाय बंद रहने पर भी सैकड़ों यूनिट का उपयोग करने के लिए ग्राहकों को बिल भेजा गया है। घरेलू ग्राहकों को भी इसी तरीके से गलत बिल भेजा गया है। सामान्य व्यक्तियों को इस बढे हुए बिल को भरना संभव नहीं है। बिजली बिल न भरने पर बिजली की आपूर्ति को रोकने की घटना भी हुई है।
डॉ. सोमैया ने विद्युत नियामक आयोग के पास आगे यह मांग की है। ग्राहकों को भेजे गए गलत बिल की फिर से जांच करने, बिल न भरने पर ग्राहकों की बिजली आपूर्ति रोकना स्थगित किया जाए, कोरोना के समय 100 यूनिट तक की बिजली मुफ्त देने साथ ही 300 यूनिट तक सहूलियत की दर पर बिजली देने, लॉकडाउन के समय विद्युत मंडल द्वारा की गई दर में वृद्धि रद्द करने, बिजली बिल भरने के लिए 6 महीने का समय देने।
इन सभी मांगों को मान्य करने के संदर्भ में राज्य सरकार और राज्य विद्युत वितरण मंडल को आदेश दे ऐसी विनती डॉ. सोमैया और विधायक डावखरे ने विद्युत नियामक आयोग से की है।
किरीट सोमैया, विधायक डावखरे की विद्युत नियामक आयोग में याचिका*
पवित्र समय न्यूज़(मुंबई) ३०/०७/२०२०
लॉकडाउन के समय महाराष्ट्र राज्य वितरण कंपनी द्वारा दर में की गई बढ़ोत्तरी को तत्काल रद्द करें, लॉक डाउन के समय बिजली बिल भरने के लिए 6 महीने की समयसीमा देने, इस समय के दौरान 100 यूनिट तक की बिजली मुफ्त दें इत्यादि मांग करनेवाली याचिका भाजपा के पूर्व सांसद डॉ. किरीट सोमैया और ठाणे शहर भाजपा अध्यक्ष विधायक निरंजन डावखरे ने राज्य विद्युत नियामक आयोग में डाला है ।
अपनी याचिका में डॉ. सोमैया ने लॉक डाउन के समय अनेक व्यावसायिक साथ ही घरेलू ग्राहकों को आए हुए भरपूर बिजली बिल की ओर आयोग का ध्यान आकर्षित किया है। अनेक ग्राहकों को औसत बिल के नाम पर अभी बिल बढ़ाकर भेजा गया है। लॉकडाउन के दौरान व्यवसाय बंद रहने पर भी सैकड़ों यूनिट का उपयोग करने के लिए ग्राहकों को बिल भेजा गया है। घरेलू ग्राहकों को भी इसी तरीके से गलत बिल भेजा गया है। सामान्य व्यक्तियों को इस बढे हुए बिल को भरना संभव नहीं है। बिजली बिल न भरने पर बिजली की आपूर्ति को रोकने की घटना भी हुई है।
डॉ. सोमैया ने विद्युत नियामक आयोग के पास आगे यह मांग की है। ग्राहकों को भेजे गए गलत बिल की फिर से जांच करने, बिल न भरने पर ग्राहकों की बिजली आपूर्ति रोकना स्थगित किया जाए, कोरोना के समय 100 यूनिट तक की बिजली मुफ्त देने साथ ही 300 यूनिट तक सहूलियत की दर पर बिजली देने, लॉकडाउन के समय विद्युत मंडल द्वारा की गई दर में वृद्धि रद्द करने, बिजली बिल भरने के लिए 6 महीने का समय देने।
इन सभी मांगों को मान्य करने के संदर्भ में राज्य सरकार और राज्य विद्युत वितरण मंडल को आदेश दे ऐसी विनती डॉ. सोमैया और विधायक डावखरे ने विद्युत नियामक आयोग से की है।
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