*कोरोना काल हो या आतंकवादी घटना से बचाने वाली देश की पुलिस का उपकार जनता नही भुला पायेगी: हार्दिक हुंडिया*
पवित्र समय न्यूज़(मुंबई) १६/०७/२०२०
मुंबई-स्टार रिपोर्ट के प्रधान संपादक व हीरा विशेषज्ञ हार्दिक हुंडिया की कलम हर समय कुछ ना कुछ दिल को दहला देने वाली बात जनता को पढ़ने को विवस करती है। पिछले चार महीनों से देश में लॉक डाउन और कोरोना वायरस के तांडव से बचने के लिये हार्दिक हुंडिया ने हर भारतीय नागरिक को कोरोना फाइटर सम्मान पत्र देकर कोरोना से डटकर मुकाबला करने के लिये हौसला बढ़ाया। यही नही मौजूदा हालात में उन्होंने देश की पुलिस के लिये भी अपनी कलम से उनके उपकारों को जनता के सामने रखा। शुरुआत में ही उनकी कलम कहती है,,रोज सोचता हूँ कि उपकारी पुलिस के बारे में क्या लिखूं ? आज देश की पुलिस का जितना उपकार आतंकवाद से लेकर कोरोना काल तक जनता के लिये है, वो सोचकर रह जाता हूं, कल्पना करता हूं, कहा से शुरुआत करू लेकिन कलम थम जाती है। फिर एक बार साहस होता है तो देश की पुलिस का उपकार जनता के लिये कितना है यह तो जनता को समझना होगा फिर वो कोई भी आपदा हो जैसे फिलहाल देश मे कोरोना वायरस ने देश की अर्थ व्यवस्था के अलावा सभी जनता को झंझोर कर रख दिया। लेकिन देश की पुलिस ने किसी भी विपति में देश और जनता के लिये सदैव तत्पर रहे, फिर वो आपराधिक घटना हो या आपसी मनमुटाव छोटी-छोटी समस्याओ को सुलझाने के अलावा आतंकवादी संगठनों से बचाने के लिये भी अपना घर-द्वार परिवार सभी का त्याग करके देश और जनता के लिये काम करते है। ऐसे उपकारी पुलिस जवानों के लिये जितना भी लिखे उतना कम है, सामाजिक बुराईयों के अलावा कुदरती आपदा में भी देश की पुलिस अपने परिवार की परवाह किये बगैर जनता के लिये दिन रात सेवा करते हैं। आज पूरा देश देख रहा है कोरोना वायरस की जंग से उनका कोई वास्ता नही चाहते तो छुट्टी लेकर आम लोगों की तरह घर मे अपने परिवार की साथ रहते। लेकिन उन्होंने ऐसा नही किया बल्कि देश की जनता को कोरोना महामारी से बचाने के लिये क्या कुछ नही झेलना पड़ा यह तो जनता भलीभांति जानती है। उक्त बीमारी से जनता को बचाने के लिये डॉक्टरों की टीम उनके सहकर्मी से लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी जान की परवाह किये बिना हर संभव मदद करने में जुटे हुये है। देश के सम्मानीय प्रधानमंत्री ने देश की जनता से अपील की है की लॉक डाउन का पालन करें कोई घर से बाहर नही निकले अधिकतर जनता ने प्रधानमंत्री की अपील का पालन किया और घरो में रहे, लेकिन देश की पुलिस ने अपने परिवार ओर अपनी जान की परवाह किये बगैर गर्मी, ठंडी बारिश,दिन रात अपना फर्ज निभाते रहे और देश सेवा जनसेवा में अपना पूरा योगदान दिया। यह हमने देखा और सुना भी है पुलिस अधिकारियों ने अपने परिवार व बच्चों से मिलना तो दूर घर के बाहर ही खाना खाकर ड्यूटी निभाई। वो चाहे शहर हो गांव हो या दूसरे राज्य की सीमा पर दी गयी तैनाती जहां खाना तो छोड़िये पीने के पानी के लिये भी तरसना पड़ा और अपना फर्ज निभाते नजर आ रहे। यही नही किसी पीड़ित महिला का इलाज अगर होता है और दूसरे राज्य से दवाई लानी होती है तो भी पुलिस ही मदद करती है। इसलिये उनका उपकार सदैव जनता पर बना रहेगा। हार्दिक हुंडिया ने देश वासियों से हाथ जोड़कर विनंती की है जब कोरोना महामारी समाप्त हो जाएगी तब देश के सभी नागरिक अपने क्षेत्रीय पुलिस स्टेशन में जाकर सभी पुलिस अधिकारियों का सम्मान करें,उनके साथ खाना खाकर एक परिवार के समान खुशियां बांटे और उनके हालचाल पूछकर कोई व्यक्तिगत समस्या हो तो उनकी समस्या को सुलझाने में मदद करे। याद रखे कोरोना के इस महाभयंकर संक्रमण से बचाने में देश की पुलिस का बहुत बड़ा उपकार है। और यह उपकार हम कभी नही भूल पाएंगे। इस कोरोना काल में जो भी पुलिस जवानों ने जान गवाई उनको तहेदिल से भावपूर्ण श्रद्धांजलि के अलावा इस दुखद घड़ी में उनके परिवार के साथ पूरा देश खड़ा है। *जय हिंद जय भारत*
हार्दिक हुंडिया की कलम से,,,
हम ऋणी है आपके,
हम आप पर कुर्बान
कर रहे हो रक्षा देश की
देकर अपनी जान
हे जवान आप हो महान।
पवित्र समय न्यूज़(मुंबई) १६/०७/२०२०
मुंबई-स्टार रिपोर्ट के प्रधान संपादक व हीरा विशेषज्ञ हार्दिक हुंडिया की कलम हर समय कुछ ना कुछ दिल को दहला देने वाली बात जनता को पढ़ने को विवस करती है। पिछले चार महीनों से देश में लॉक डाउन और कोरोना वायरस के तांडव से बचने के लिये हार्दिक हुंडिया ने हर भारतीय नागरिक को कोरोना फाइटर सम्मान पत्र देकर कोरोना से डटकर मुकाबला करने के लिये हौसला बढ़ाया। यही नही मौजूदा हालात में उन्होंने देश की पुलिस के लिये भी अपनी कलम से उनके उपकारों को जनता के सामने रखा। शुरुआत में ही उनकी कलम कहती है,,रोज सोचता हूँ कि उपकारी पुलिस के बारे में क्या लिखूं ? आज देश की पुलिस का जितना उपकार आतंकवाद से लेकर कोरोना काल तक जनता के लिये है, वो सोचकर रह जाता हूं, कल्पना करता हूं, कहा से शुरुआत करू लेकिन कलम थम जाती है। फिर एक बार साहस होता है तो देश की पुलिस का उपकार जनता के लिये कितना है यह तो जनता को समझना होगा फिर वो कोई भी आपदा हो जैसे फिलहाल देश मे कोरोना वायरस ने देश की अर्थ व्यवस्था के अलावा सभी जनता को झंझोर कर रख दिया। लेकिन देश की पुलिस ने किसी भी विपति में देश और जनता के लिये सदैव तत्पर रहे, फिर वो आपराधिक घटना हो या आपसी मनमुटाव छोटी-छोटी समस्याओ को सुलझाने के अलावा आतंकवादी संगठनों से बचाने के लिये भी अपना घर-द्वार परिवार सभी का त्याग करके देश और जनता के लिये काम करते है। ऐसे उपकारी पुलिस जवानों के लिये जितना भी लिखे उतना कम है, सामाजिक बुराईयों के अलावा कुदरती आपदा में भी देश की पुलिस अपने परिवार की परवाह किये बगैर जनता के लिये दिन रात सेवा करते हैं। आज पूरा देश देख रहा है कोरोना वायरस की जंग से उनका कोई वास्ता नही चाहते तो छुट्टी लेकर आम लोगों की तरह घर मे अपने परिवार की साथ रहते। लेकिन उन्होंने ऐसा नही किया बल्कि देश की जनता को कोरोना महामारी से बचाने के लिये क्या कुछ नही झेलना पड़ा यह तो जनता भलीभांति जानती है। उक्त बीमारी से जनता को बचाने के लिये डॉक्टरों की टीम उनके सहकर्मी से लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी जान की परवाह किये बिना हर संभव मदद करने में जुटे हुये है। देश के सम्मानीय प्रधानमंत्री ने देश की जनता से अपील की है की लॉक डाउन का पालन करें कोई घर से बाहर नही निकले अधिकतर जनता ने प्रधानमंत्री की अपील का पालन किया और घरो में रहे, लेकिन देश की पुलिस ने अपने परिवार ओर अपनी जान की परवाह किये बगैर गर्मी, ठंडी बारिश,दिन रात अपना फर्ज निभाते रहे और देश सेवा जनसेवा में अपना पूरा योगदान दिया। यह हमने देखा और सुना भी है पुलिस अधिकारियों ने अपने परिवार व बच्चों से मिलना तो दूर घर के बाहर ही खाना खाकर ड्यूटी निभाई। वो चाहे शहर हो गांव हो या दूसरे राज्य की सीमा पर दी गयी तैनाती जहां खाना तो छोड़िये पीने के पानी के लिये भी तरसना पड़ा और अपना फर्ज निभाते नजर आ रहे। यही नही किसी पीड़ित महिला का इलाज अगर होता है और दूसरे राज्य से दवाई लानी होती है तो भी पुलिस ही मदद करती है। इसलिये उनका उपकार सदैव जनता पर बना रहेगा। हार्दिक हुंडिया ने देश वासियों से हाथ जोड़कर विनंती की है जब कोरोना महामारी समाप्त हो जाएगी तब देश के सभी नागरिक अपने क्षेत्रीय पुलिस स्टेशन में जाकर सभी पुलिस अधिकारियों का सम्मान करें,उनके साथ खाना खाकर एक परिवार के समान खुशियां बांटे और उनके हालचाल पूछकर कोई व्यक्तिगत समस्या हो तो उनकी समस्या को सुलझाने में मदद करे। याद रखे कोरोना के इस महाभयंकर संक्रमण से बचाने में देश की पुलिस का बहुत बड़ा उपकार है। और यह उपकार हम कभी नही भूल पाएंगे। इस कोरोना काल में जो भी पुलिस जवानों ने जान गवाई उनको तहेदिल से भावपूर्ण श्रद्धांजलि के अलावा इस दुखद घड़ी में उनके परिवार के साथ पूरा देश खड़ा है। *जय हिंद जय भारत*
हार्दिक हुंडिया की कलम से,,,
हम ऋणी है आपके,
हम आप पर कुर्बान
कर रहे हो रक्षा देश की
देकर अपनी जान
हे जवान आप हो महान।
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