*मालाड पूर्व की एस आर ए ईमारत में दलालों का कब्जा*
सोसायटी के मेंबर है बेखबर, और पदाधिकारी व एस आर ए अधिकारियों का जंगलराज शुरू
प.स.(हरेश गुजेटी) 17 जुलाई 2018
मुंबई-झोपड़पट्टी बाहुल्य क्षेत्रों को एस आर ए इमारतों में बसाया जा रहा है और बहुताय नागरिकों को बसाया गया है लेकिन उन इमारतों में झोपड़पट्टी से भी अधिक दलाल सक्रिय है।जिन्होंने एस आर ए के अधिकारियों से मिलकर ईमारत के दूसरे महले और ग्राउंड फ्लोर पर अवैध कारखाने तथा दुकानें खुलवा दी। यही नही सोसायटी की बालवाड़ी पर भी कब्जा जमा लिया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार ए2/204 जय हिंद सोसायटी जानू भोये नगर मालाड पूर्व मुंबई में एस आर ए द्वारा दी गयी शिफ्टिंग में सोसायटी के सेक्रेटरी योगेंद्र बहादुर सिंह, व सचिन अशोक पटेल तथा अशोक पटेल ने एस आरए ईमारत ए/2 204,205,206,207 इन चार फ्लैटों को भाड़े व डिपॉजिट के नाम पर लाखों रुपये के गबन कर रहे है।सूत्रों ने बताया कि उक्त ईमारत में अंधा कानून चल रहा है सोसायटी पदाधिकारी व एस आर ए अधिकारियों की मिलीभगत से ईमारत का बंटाधार हो रहा है। जबकि सरकार द्वारा एसआरए योजना अंतर्गत सिर्फ झोपड़पट्टी के रहवासियों को कुछ नियम अनुसार और जरूरी दस्तावेज के आधार पर शिफ्टिंग देने के कानून बने है।लेकिन उनमें कैसे घोलमाल और धोखाधड़ी की जा रही है वो मालाड पूर्व एसआरए इमारतों में देखा जा सकता है एक ईमारत तथा सोसायटी मेंबर ने बताया कि जहां रहवासी ईमारत में दूसरे मंजले पर कारखाने खोले जाने से कभी भी भयानक हादसा हो सकता है। खास बात तो यह भी है कि बगैर किसी रहवासी तथा सोसायटी मेम्बरों की सहमति है हेवी डिपॉजिट तथा भाड़े पर सोसायटी के पदाधिकारी द्वारा ईमारत व ईमारत के रहवासियों को मुसीबत में डाला जा रहा है।इस बारे में एसआरए अधिकारियों को शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नही हो रही है।सूत्रों ने बताया कि वेलफेयर सोसायटी सेंटर में अवैध रूप से भाड़ा वसूला जा रहा है शांताराम तलाव के समीप उक्त इमारतों में बगैर किसी सोसायटी मेंबर व एसआरए अधिकारी की सहमति से गुप्त तरीके से भाड़े पर दिये गये फ्लैटों से लाखों रुपये के गबन सोसायटी पदाधिकारी कर रहे है।पवित्र समय को निखिल जोशी ने बताया कि यह जबसे यहा पर एस आर ए इमारतों में शिफ्टिंग मिली तबसे अधिकारियों ने कुछ तथाकथित लोगों को सोयायटी के अहम पदों पर रखकर जमकर वसूली कर रहे है।जिसका कोई ऑफिशियल रिकॉर्ड किसी भी सोसायटी मेंबर व सोसायटी के रहवासियों के पास नही है।जबकि सभी लोग बेखर है। हद तो तब हो गयी रिहायसी ईमारत में कारखाने चलाये जाने से रहवासियों को हो रही असुविधा पर भी ध्यान नही दिया जा रहा है।
सोसायटी के मेंबर है बेखबर, और पदाधिकारी व एस आर ए अधिकारियों का जंगलराज शुरू
प.स.(हरेश गुजेटी) 17 जुलाई 2018
मुंबई-झोपड़पट्टी बाहुल्य क्षेत्रों को एस आर ए इमारतों में बसाया जा रहा है और बहुताय नागरिकों को बसाया गया है लेकिन उन इमारतों में झोपड़पट्टी से भी अधिक दलाल सक्रिय है।जिन्होंने एस आर ए के अधिकारियों से मिलकर ईमारत के दूसरे महले और ग्राउंड फ्लोर पर अवैध कारखाने तथा दुकानें खुलवा दी। यही नही सोसायटी की बालवाड़ी पर भी कब्जा जमा लिया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार ए2/204 जय हिंद सोसायटी जानू भोये नगर मालाड पूर्व मुंबई में एस आर ए द्वारा दी गयी शिफ्टिंग में सोसायटी के सेक्रेटरी योगेंद्र बहादुर सिंह, व सचिन अशोक पटेल तथा अशोक पटेल ने एस आरए ईमारत ए/2 204,205,206,207 इन चार फ्लैटों को भाड़े व डिपॉजिट के नाम पर लाखों रुपये के गबन कर रहे है।सूत्रों ने बताया कि उक्त ईमारत में अंधा कानून चल रहा है सोसायटी पदाधिकारी व एस आर ए अधिकारियों की मिलीभगत से ईमारत का बंटाधार हो रहा है। जबकि सरकार द्वारा एसआरए योजना अंतर्गत सिर्फ झोपड़पट्टी के रहवासियों को कुछ नियम अनुसार और जरूरी दस्तावेज के आधार पर शिफ्टिंग देने के कानून बने है।लेकिन उनमें कैसे घोलमाल और धोखाधड़ी की जा रही है वो मालाड पूर्व एसआरए इमारतों में देखा जा सकता है एक ईमारत तथा सोसायटी मेंबर ने बताया कि जहां रहवासी ईमारत में दूसरे मंजले पर कारखाने खोले जाने से कभी भी भयानक हादसा हो सकता है। खास बात तो यह भी है कि बगैर किसी रहवासी तथा सोसायटी मेम्बरों की सहमति है हेवी डिपॉजिट तथा भाड़े पर सोसायटी के पदाधिकारी द्वारा ईमारत व ईमारत के रहवासियों को मुसीबत में डाला जा रहा है।इस बारे में एसआरए अधिकारियों को शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नही हो रही है।सूत्रों ने बताया कि वेलफेयर सोसायटी सेंटर में अवैध रूप से भाड़ा वसूला जा रहा है शांताराम तलाव के समीप उक्त इमारतों में बगैर किसी सोसायटी मेंबर व एसआरए अधिकारी की सहमति से गुप्त तरीके से भाड़े पर दिये गये फ्लैटों से लाखों रुपये के गबन सोसायटी पदाधिकारी कर रहे है।पवित्र समय को निखिल जोशी ने बताया कि यह जबसे यहा पर एस आर ए इमारतों में शिफ्टिंग मिली तबसे अधिकारियों ने कुछ तथाकथित लोगों को सोयायटी के अहम पदों पर रखकर जमकर वसूली कर रहे है।जिसका कोई ऑफिशियल रिकॉर्ड किसी भी सोसायटी मेंबर व सोसायटी के रहवासियों के पास नही है।जबकि सभी लोग बेखर है। हद तो तब हो गयी रिहायसी ईमारत में कारखाने चलाये जाने से रहवासियों को हो रही असुविधा पर भी ध्यान नही दिया जा रहा है।
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